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नोएडा प्राधिकरण की बैठक में एमएसएमई इंडस्ट्रियल एसोसिएशन ने उठाई प्रमुख समस्याएं

नोएडा प्राधिकरण की बैठक में एमएसएमई इंडस्ट्रियल एसोसिएशन ने उठाई प्रमुख समस्याएं

मंगलवार को नोएडा प्राधिकरण द्वारा आयोजित उद्योग सहायक समिति की बैठक में एमएसएमई इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने शहर की प्रमुख समस्याओं को जोर शोर से उठाया। इस बैठक में औद्योगिक क्षेत्र-1, 3 और 5 में पार्किंग के दुरुपयोग और अतिक्रमण के मुद्दे पर भी चर्चा की गई।

मुख्य बिंदु:

  1. प्राधिकरण बोर्ड में जन भागीदारी की मांग: प्रतिनिधिमंडल ने प्राधिकरण बोर्ड में जन भागीदारी की मांग दोहराई। एमएसएमई इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के प्रतिनिधियों को बोर्ड में शामिल करने की अपील की गई ताकि उद्योगों के मुद्दों का प्रभावी समाधान किया जा सके।
  2. पार्किंग और अतिक्रमण की समस्याएं: औद्योगिक सेक्टर-1, 3 और 5 की भूमिगत पार्किंग का दुरुपयोग हो रहा है। प्रतिनिधिमंडल ने सुझाव दिया कि इन पार्किंगों का उपयोग श्रमिकों के हित में किया जाए और पार्किंग के ऊपर सस्ते खाने की कैंटीन जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
  3. भूखंड आवंटन और दुरुपयोग: नोएडा में औद्योगिक भूखंडों के दुरुपयोग की समस्याओं पर भी चर्चा की गई। भूखंड आवंटन के दो साल के भीतर क्रियाशील प्रमाणपत्र की अनिवार्यता को सख्ती से लागू करने की मांग की गई। इसके साथ ही, उद्योग लगाने के नाम पर भूखंडों का आवंटन कराकर उसे महंगे दाम पर बेचने वाले आवंटियों के नाम सार्वजनिक करने की अपील की गई।
  4. मेट्रो और सार्वजनिक परिवहन: नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच लंबित तीन मेट्रो परियोजनाओं को जल्द पूरा करने की मांग की गई। इसमें नोएडा से ग्रेटर नोएडा, सेक्टर-142 से बॉटेनिकल गार्डन तक नई मेट्रो लाइन और एक्वा लाइन का बोड़ाकी तक विस्तार शामिल है। दादरी-सूरजपुर-छलैरा (डीएससी) मार्ग पर भंगेल और चिल्ला एलिवेटेड रोड की परियोजनाओं को भी तेजी से पूरा करने की अपील की गई।
  5. पार्किंग शुल्क और श्रमिक आवास: औद्योगिक सेक्टरों में पार्किंग शुल्क व्यवस्था के खिलाफ विरोध जताया गया। कहा गया कि पार्किंग शुल्क के नाम पर उद्यमियों और श्रमिकों पर अतिरिक्त बोझ नहीं डाला जाना चाहिए। इसके अलावा, श्रमिकों के आवास की योजनाओं पर काम करने की जरूरत भी बताई गई, जिन पर प्राधिकरण ने पहले योजना बनाई थी लेकिन अब तक काम नहीं हुआ।
  6. कमर्शियल गतिविधियों का दुरुपयोग: औद्योगिक भूखंडों पर कमर्शियल गतिविधियों के संचालन को लेकर भी चिंता जताई गई। फैक्ट्रियों में रिटेल आउटलेट्स और शोरूम खोलने को बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन मानते हुए इसके दुरुपयोग को रोकने की अपील की गई।

निष्कर्ष: एमएसएमई इंडस्ट्रियल एसोसिएशन ने नोएडा प्राधिकरण से औद्योगिक क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की है। इसके साथ ही, विकास परियोजनाओं में तेजी लाने और श्रमिकों के हितों को ध्यान में रखते हुए आवश्यक सुधारों की मांग की गई है।

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